शुभ दीपावली


जले तो प्यार में, मरे भी तो प्रकाश में  
जले तो अज्ञान जले, अंतस का अहंकार हारे
दीपज्योती की है यह सीख 
 खुद जल ताकि मन  हो  गंगाजल सा निर्मल 
मन  की  जलन  बदल जाये बुराई के दहन में 
जीवन इसी का नाम है  

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