आप सभी को नवरात्री की हार्दिक शुभकामनाएँ
कुछ है नहीं जो साथ ले जाया जा सके ..
प्रेम, मोह, द्वेष, घृणा, शिकायत, ख़ुशी .... बस समा जाते हैं उस कोख में जिससे जन्में हैं...
चलो बुलावा आया है ..............................
माता ने बुलाया है ................
कोख में ... वहीँ जहाँ से आए हैं .. वहीं जहाँ सबको जाना है ...
कुछ बच्चे जीते जी वहां चले जाते हैं .. तो कुछ अपने अंतिम सफ़र से माँ की कोख में समा जाते हैं ..
इस नवरात्री ईश्वर से प्रार्थना है कि आपको माता का आशीर्वाद ख़ुशी, सम्पन्नता, शांति, प्रेम , वैभव और उन्नति से भर दे.
आप सभी को नवरात्री की हार्दिक शुभकामनाएँ _
_/\_
प्रेम, मोह, द्वेष, घृणा, शिकायत, ख़ुशी .... बस समा जाते हैं उस कोख में जिससे जन्में हैं...
चलो बुलावा आया है ..............................
माता ने बुलाया है ................
कोख में ... वहीँ जहाँ से आए हैं .. वहीं जहाँ सबको जाना है ...
कुछ बच्चे जीते जी वहां चले जाते हैं .. तो कुछ अपने अंतिम सफ़र से माँ की कोख में समा जाते हैं ..
इस नवरात्री ईश्वर से प्रार्थना है कि आपको माता का आशीर्वाद ख़ुशी, सम्पन्नता, शांति, प्रेम , वैभव और उन्नति से भर दे.
आप सभी को नवरात्री की हार्दिक शुभकामनाएँ _
_/\_
Comments
Post a Comment
SHARE YOUR VIEWS WITH READERS.