Rahul Gandhi`s New Stunt

राहुल गाँधी आज के दौर में पुराने पड चुके राजनीतिक स्टंट दिखा रहे हैं जो यह साबित करता है की अभी उनमें परिपक्वता नहीं आई है. अभी भी वो चापलूसों से घिरे हैं और अपनी सुरक्षा को तोड़ देना ही सबसे महान काम समझते हैं. हालाँकि, यह भी संभव है की राहुल ऐसा करने को मजबूर हों. क्योंकि कांग्रेस पार्टी ऐसे दिग्गज नेताओं से भरी पड़ी है जो गाँधी परिवार का इस्तेमाल अपनी सुविधा के लिए करते हैं. 
ऐसे में, श्री अन्ना हजारे राहुल के लिए प्रेरणा बन सकते हैं और ताकत भी. राहुल को ये अवसर राजनीतिक स्टंट करके नहीं गवाना चाहिए बल्कि जनता का विश्वास जीतकर अपना आधार मजबूत बनाना चाहिए.

२० मई --लगता है की राहुल सुधरना ही नहीं चाहते हैं. मैं उन्हें क्या समझती थी और वो क्या निकले? फीलिंग वैरी लो !! कहते हैं ना, बुजुर्गों की पारखी नजर सब पहचान लेती है . सच ही कहा था श्री अच्युतानंदजी  ने, वो सच में 'अमूल बेबी' ही  हैं. हमारे पास बहुत कम ऑप्शन हैं अच्छे राजनेताओं के मद्देनजर. वैसे राहुल जल्दी ही समझ जायेंगे की जनता बेवक़ूफ़ नहीं है. वो अपना दम वोट देकर दिखा देगी. इनसे तो मायावती ही अच्छी हैं. हम्म.... वैसे बाबा रामदेव के बारे में क्या ख्याल है? गुड चोइस ना.

१० जून- वही हुआ जिसका अंदेशा था, बाबा रामदेव आ गए मैदान में और 'अमूल बेबी ' गायब हैं. चुनावों के समय तो सबने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया था परन्तु राहुल गाँधी ने यह नहीं बताया था की वो कमाते क्या हैं मतलब उनकी आय का स्त्रोत क्या है? जैसे बाबा रामदेव ने बताया की उनकी आय कितनी है और वो किन मदों से कमाते हैं वैसे ही इन्हें भी अपनी आय-व्यय का ब्यौरा देने के साथ ही यह भी देश को बताना होगा कि उन्होंने ये संपत्ति जोड़ी कैसे है? इनके इटली के अकाउंट भी खंगाले जाने चाहिए ताकि सच्चे तौर पर पारदर्शिता आये और सबका कल्याण हो.

३ दिसंबर-जिन राहुल गांधीजी को यु पी के सी एम् ओ को मरते देख गुस्सा आता है उनको रात को लाठियों से पिट रहे बच्चे और औरतों को देख अपनी सरकार पर गुस्सा नहीं आता है, आतंकी दंगे उन्हें साधारण बात लगते हैं, पवार को चांटा बड़ी बात लगती है ?!! धन्य है यह देश जहाँ नेहरु-गाँधी के सपूत वो कर रहे हैं जो डायर और कर्जन के सपूत ना करते होंगे !! तरस आता है इन रसूखदारों पर, इनसे अच्छे तो वो नौजवान है जो अपाहिज हैं और अपनी हिम्मत से आपको आगे बढ़ने को प्रेरित कर देते हैं .

Comments

  1. संज्ञा जी, सही कहा आपने । राहुल भैया को चापलूसों का घेरा तोडना चाहिए न कि सुरक्षा घेरा।

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